काल सर्प योग
By ज्योतिर्विद अभय पाण्डेय
काल सर्प योग कुंडली मे राहु केतु निर्मित योग है इसे दोष कहना उचित नहीं होगा. क्योंकि आज के संदर्भ में फलों की व्याख्या देश काल परिस्थिति के अनुसार बदली है।उधारण के लिए पुराने समय मे विदेश जाना कष्टकारी माना जाता था लेकिन आज लोग अजीविका के लिए विदेश जाते है और समृद्धि भी पाते है राहु को ज्योतिष और mythology मे सर्प माना गया है राहु इस सर्प का सिर है और केतु उसकी पूँछ मानी जाती है ये केवल symbolicप्रतीकात्मक व्याख्या है पुराने समय मे प्रतीकात्मक भाषा का इस्तेमाल अधिक किया जाता था सचमुच कोई नाग या सांप नहीं लेकिन सांप के जहर जितना जहरीला, पर जब अच्छा होगा तो औषधी का काम करेगा&nb...