कुण्डली के कुछ विशेष योग
By ज्योतिर्विद अभय पाण्डेय
कुण्डली के कुछ विशेष योगवेसी योग -परिभाषा -जिस जातक की कुंडली में जिस भाव सूर्य स्थित हो , उससे दुसरे भाव में यदि मंगल, बुध, गुरु, शुक्र या शनी इन पांच ग्रहों में से कोई एक ग्रह हो तथा १२ वे भाव में कोई भी ग्रह नहीं होतो, यह योग बनता है। फल - जब सूर्य से दुसरे भाव में शुब ग्रह बुध, गुरु शुक्र , होतो शुभ वेसी योग बनता है जिसके प्रभाव से जातक सोम्य प्रक्रति का होता है। साथ ही वाणी भी प्रभावशाली होती यह जातक अपनी वाणी के द्वारा विश्वास जमाकर उच्च स्तर की सफलता प्राप्त करता है। तथा शत्रुओं पर विजय पाता है। अशुभ वेसी योग- जब...